एफ डी पी का तीसरा दिन,: डिजिटल क्रांति में कंप्यूटर के अनुप्रयोग पर व्याख्यान - MBNEWS

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Monday, February 17, 2025

एफ डी पी का तीसरा दिन,: डिजिटल क्रांति में कंप्यूटर के अनुप्रयोग पर व्याख्यान

गरियाबंद / राजिम। शासकीय राजीव लोचन स्नातकोत्तर महाविद्यालय राजीम में पीएम उषा के तत्वाधान में आयोजित फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में आज तृतीय दिवस सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी FCके अंतर्गत मशीन लर्निंग में पॉपुलर एल्गोरिथम टॉपिक पर सविस्तार चर्चा करने के लिए विषय विशेषज्ञ डॉक्टर रुद्र प्रताप चौहान एवं नरेंद्र कुमार देवांगन असिस्टेंट प्रोफेसर शंकराचार्य इंस्टीट्यूट रायपुर ने अपने ज्ञान का प्रवाह किया। उन्होंने सूचना क्रांति में उपयोगी बहुत से सांख्यिकी मेथड का कंप्यूटर में अनुप्रयोग बताते हुए प्रायिकता सिद्धांत का उपयोग जिसमें कंडीशनल प्रोबेबिलिटी का प्रयोग,

क्रिकेट में नतीजे के लिए कैसे प्रयोग किया जाता है तथा नाव बायस थ्योरी के माध्यम से हम मौसम का अनुमान लगाते हैं जैसे सर्दी गर्मी वर्षा आदिबताया ।इसका प्रयोग रैखिक प्रतिपगमण के अंतर्गत किया जाता है ।आईसीटी के अंतर्गत लिनियर रिग्रेशन महत्वपूर्ण टूल्स है, जिससे बहुत से बड़ी डेटाओं का कलेक्शन कर उन्हें वर्गीकृत किया जाता है ,जिससे आवश्यक समूह का खोज कर उनकी समस्याओं का निदान करता है। आजकल बैंक लोन देने के लिए क्रेडिट स्कोर तथा आय का अध्ययन कर उनका उपयोग करता है जिसे क्रेडिट कार्ड सिस्टम कहा जाता है इसका उपयोग सॉफ्टवेयर में लॉजिस्टिक रिग्रेशन के अंतर्गत किया जाता है जिसे हम कंप्यूटर रिग्रेशन में माध्य माध्यिका तथा बहुलक द्वारा ज्ञात करते हैं और उनके समानांतर उपयोग करते हैं अर्थात जनसंख्या के बड़ी भाग तक स्वास्थ्य सेवा जैसे एक्सरे सीटी स्कैन एमआरआई जैसे रेडियोलॉजी का उपयोग किस प्रकार आईसीटी के द्वारा किया जाता है उसका सविस्तार प्रैक्टिकल सहित डॉक्टर रुद्र प्रताप चौहान एवं नरेंद्र कुमार देवांगन द्वारा समझाया गया ।यह कार्यशाला बहुत ही महत्वपूर्ण रही जिससे समस्त शिक्षा जगत से जुड़े हुए बुद्धिजीवों को लर्निंग के क्षेत्र को जिसमें शोध तथा डाटा कलेक्शन एवं उसका उपयोग शामिल है। इसका समुचित विकास कर छात्र  लाभान्वित हो सकेंगे। इसके अलावा बहुत से तकनीकी टूल्स जिसमें डिसीजन ट्री, रेंडम फॉरेस्ट के नियरेस्ट नायभर वायनरी क्लासिफिकेशन, लाइब्रेरी ड्यूटी ,फ्रेम टाइटेनिक सर्वे प्रोडक्शन क्रेडिट स्कोर आदि। टेक्निकल बियोंड रेडियोलॉजी में उपयोग विनिर्माण दवा कंपनी तथा बीमारियों के रोकथाम आदि पर आईसीटी का अनुप्रयोग प्रैक्टिकल रूप से समझाया गया उन्होंने कहा कि लिनियर प्रोग्रामिंग का इंप्लीमेंट 67% है जबकि इंप्लीमेंट ऑफ के एन एन एल्गोरिथम मैट्रिक्स 93% देता है जिससे आईसीटी टूल्स में उनकी उपादेयिता निश्चित होती है साथ ही साथ नरेंद्र कुमार देवांगन चैट जी पी टी के बहुत से विस्तार स्वरूप को बताते हुए उनके कार्य विस्तार को और आगे ले जाते हुए जैसे नए गाने क्रिएट करना नई
थीसिस लिखना नई कहानी कैसे लिख सकते हैं इसका सविस्तार विवेचन किया ।इस कार्यशाला से महाविद्यालय परिवार अवश्य ही कृतार्थ हुआ साथ ही ऑनलाइन माध्यम से जुड़े बुद्धिजीवियों को भी लाभ होगा। गौर तलब है कि यह कार्यक्रम पीएम उषा  नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित है जिसे शासकीय राजीव लोचन स्नातकोत्तर महाविद्यालय राजिम द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है।जिसमें कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्था प्रमुख डॉ सविता मिश्रा, वरिष्ठ प्राध्यापक मोहनलाल वर्मा ,कार्यक्रम की संयोजिका सुश्री मनीषा भोई, मीडिया प्रभारी श्वेता खरे, डॉ अश्वनी कुमार साहू और डाहरू सोनकर का योगदान रहा।