भाजपा से कमल सिन्हा एवम महेश यादव होंगे सबसे मजबूत दावेदार।
गरियाबंद - जिले के नगर पंचायत राजिम में इस बार अध्यक्ष पद सामान्य वर्ग (मुक्त) के लिए आरक्षित किया गया हैं। रायपुर के साइंस कॉलेज स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित लॉटरी प्रक्रिया के तहत इस आरक्षण का निर्धारण हुआ। इस फैसले ने राजिम में चुनावी गतिविधियों को और रोमांचक बना दिया है।सामान्य वर्ग के लिए खुला मैदान,कई नाम चर्चा में
चूंकि यह पद सामान्य वर्ग (मुक्त) के लिए आरक्षित है।महिला और पुरुष, दोनों ही चुनाव में अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं।वर्तमान में कई संभावित उम्मीदवारों के नाम सामने आ रहे हैं। वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता और पूर्व मंडल अध्यक्ष कमल सिन्हा को एक मजबूत दावेदार माना जा रहा है।पूर्व में नगर पंचायत में उपाध्यक्ष राह चुके हैं।वहीं पूर्व मंडल अध्यक्ष एवम वर्तमान पार्षद महेश यादव भी इस दौड़ में हैं। वहीं कांग्रेस से पवन सोनकर,विकास तिवारी इस दौड़ में शामिल हैं।
कौन बनेगा राजिम का अगला अध्यक्ष?
नगर पंचायत राजिम का यह चुनाव ऐतिहासिक होगा क्योंकि राजिम छत्तीसगढ का प्रमुख धर्म नगरी हैं।ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि विकास और नेतृत्व की जिम्मेदारी किसे सौंपी जाएगी।नए नेतृत्व की तलाश में जनता इस बार राजिम की जनता बदलाव चाहती है।नागरिकों का मानना है कि वर्तमान स्थिति से बाहर निकलने के लिए ऐसा नेतृत्व जरूरी है।जो विकास को प्राथमिकता दे और जनता की समस्याओं को गंभीरता से सुने।जनता की उम्मीदें और चुनावी मुद्दे स्थानीय लोगों का कहना है कि इस बार वे ऐसा प्रतिनिधि चुनना चाहते हैं।जो क्षेत्र के विकास को प्राथमिकता दे और बुनियादी सुविधाओं में सुधार करे। शिक्षा, स्वास्थ्य और सफाई जैसे मुद्दे प्रमुख हैं।जिन पर जनता का फोकस है।अंतिम लड़ाई का इंतजारनगर पंचायत राजिम में अध्यक्ष पद के लिए सामान्य वर्ग को आरक्षण मिलने से प्रतिस्पर्धा खुली हो गई है।अब देखना यह है कि कौन सा प्रत्याशी अपनी योजनाओं और वादों के साथ जनता का विश्वास जीतकर इस पद पर काबिज होता है।आगामी चुनाव न केवल राजिम के लिए बल्कि पूरे गरियाबंद जिले के लिए नई राजनीति का आगाज करेगा।